रीवा

Rewa news, मौसमी बीमारियों से कैसे करें बचाव जानिए क्या कहते हैं SS medical College मेडिसिन विभाग के स० प्रध्यापक डॉ महेंद्र तिलकर।

Rewa news, मौसमी बीमारियों से कैसे करें बचाव जानिए क्या कहते हैं SS medical College मेडिसिन विभाग के सहायक प्रध्यापक डॉ महेंद्र तिलकर।

 

श्याम शाह मेडिकल कॉलेज रीवा के सहायक प्राध्यापक मेडिसिन विभाग डॉक्टर महेंद्र तिलकर कहते हैं कि इन दिनों बरसात का मौसम चल रहा है बरसात के दिनों में कई तरह से संक्रामक बीमारियां फैलती हैं कुछ बीमारी सामान्य होती है लेकिन कुछ बीमारियां गंभीर होती हैं समय रहते अगर मौसम जनित बीमारी का उपचार शुरू कर दिया जाता है तो मौसम जनित बीमारी पर काबू पाया जा सकता है। बारिश के मौसम में सर्दी, जुकाम और बुखार होना सामान्य बात और बच्चों से लेकर बड़ो तक किसी भी आयु के व्यक्ति को मौसमी बीमारी हो सकती है लेकिन लापरवाही के चलते सामान्य बीमारी गंभीर बीमारी के रूप में परिवर्तित हो सकती है देखा जाता है की बारिश में भीगने के कारण काफी लोग बीमार हो जाते हैं ऐसे में सर्दी जुकाम और बुखार की शिकायत होती है।

इन बीमारियों का होता है खतरा।

डा तिलकर कहते हैं कि सर्दी जुकाम बुखार और त्वचा रोग फंगल इन्फेक्शन डायरिया उल्टी दस्त जैसी बीमारी होने का खतरा बरसात के मौसम में होता है इसका कारण घरों के आसपास पानी का जमा होना कीचड़ होंने से डेंगू के मच्छर बढ़ जाते हैं ऐसे में डेंगू मलेरिया के मरीज बढ़ जाते हैं। बारिश में त्वचा संबंधी कई तरह के रोग भी होने की संभावना बढ़ जाती है। देखा जाता है कि खुजली, जलन और रूखी त्वचा की समस्या लोगों को होने लगती है लोगों को त्वचा संबंधी रोग की समस्या हो सकती है ये बीमारियां फंगल इंफेक्शन होती हैं, जो नमी की वजह से होती हैं और मरीज को खुजली, लाल त्वचा और जलन होती है, इसके साथ ही उमस भरी गर्मी से घमौरी, फोड़े-फुंसी भी हो सकती है इसके अलावा बारिश के मौसम में लोगों की पाचनशक्ति कमजोर होने से पेट खराब हो सकता है ऐसे में डायरिया, उल्टी और दस्त आने की शिकायत हो सकती है

ऐसे करें बचाव।

डॉ महेंद्र तिलकर बताते हैं कि बरसात के मौसम में बीमारियों से बचाव करने की जरूरत है सर्दी जुकाम या बुखार होने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें अगर बारिश में भीग गए हैं तो तुरंत कपड़े बदलें अधिक देर तक पानी में भीगने से बच्चे त्वचा को नमी से बचाए घर के आसपास पानी जमाना होने दें नालियों में और जहां पानी जमा होता है वहां जला मोवीआयल या अन्य तरह के कीटनाशक पदार्थ का छिड़काव करें पानी उबाल कर पिए किसी भी तरह का त्वचा रोग सर्दी जुखाम बुखार हो तो तत्काल नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक से परामर्श लें जिससे कि मौसम जनित बीमारी गंभीर बीमारी में परिवर्तित होने से पहले ही रोकथाम की जा सके।

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